
नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रिमंडल पर यमुना सफाई को लेकर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि छठ पूजा से पहले यमुना किनारे सफाई को लेकर जो बयान दिए जा रहे हैं, वे केवल राजनीतिक प्रचार का हिस्सा हैं।
यादव ने कहा कि पल्ला से ओखला तक 22 किलोमीटर लंबा यमुना का हिस्सा अब भी गंदगी से भरा है। कुछ घाटों पर सफाई का नाम मात्र काम हो रहा है ताकि त्योहारों के दौरान दिखावा किया जा सके। उन्होंने कहा कि “अगर इतने सीमित कार्य को भाजपा सरकार उपलब्धि बता रही है, तो यह जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक ओर मंत्री परवेश वर्मा झाग हटाने के लिए केमिकल डालवाकर यमुना को साफ दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता लेब टेस्टिंग लैब लगाकर यह दिखाने का प्रयास कर रही हैं कि यमुना का पानी सुधर रहा है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि “जब 11 अक्टूबर की रिपोर्ट में कालिंदी कुंज क्षेत्र में झाग स्पष्ट रूप से देखा गया था, तो कुछ ही दिनों में यह गायब कैसे हो गया?”
देवेन्द्र यादव ने बताया कि दिल्ली में हर दिन 80 करोड़ लीटर से अधिक अनुपचारित सीवेज और लगभग 4.4 करोड़ लीटर औद्योगिक अपशिष्ट यमुना में छोड़ा जा रहा है। उपचारित मलजल की मात्रा कुल अनुमानित उत्सर्जन का सिर्फ 35 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार असगरपुर क्षेत्र में मल-कोलीफॉर्म का स्तर 24 लाख MPN/100 ml तक पाया गया, जो सुरक्षित सीमा से लगभग 4,800 गुना अधिक है।
उन्होंने कहा कि “इतने भयावह आंकड़ों के बावजूद मुख्यमंत्री का दावा करना कि यमुना साफ हो रही है, जनता के साथ मज़ाक है।” यादव ने यह भी कहा कि कांग्रेस शासन में छठ की तैयारियाँ महीनों पहले शुरू हो जाती थीं, जबकि वर्तमान सरकार केवल बयानबाजी तक सीमित है।
यादव ने कहा कि वास्तविकता यह है कि यमुना अब एक नदी नहीं, बल्कि सीवेज नहर में तब्दील हो चुकी है, और भाजपा सरकार इसे छिपाने के लिए झूठे दावे कर रही है।