
नई दिल्ली, 23 सितंबर 2025 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि पिछले आठ वर्षों में उपभोक्ताओं से जीएसटी के नाम पर लगभग 55 लाख करोड़ रुपये वसूले गए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मोदी सरकार इस राशि को जनता को वापस करने का कोई कदम उठाएगी।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में जीएसटी की दरों में कटौती को ‘बचत का त्यौहार’ बताया है, लेकिन उन्होंने पूछा कि क्या पिछले आठ वर्षों में बढ़ाई गई जीएसटी दरें ‘लूट का त्यौहार’ नहीं थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने पहले जीएसटी को मास्टरस्ट्रोक कहा और अब कांग्रेस के दबाव में कटौती करने के बाद वही मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि 375 वस्तुओं और सेवाओं पर लागू पुराने जीएसटी के कारण आम जनता की जेब पर भारी बोझ पड़ा। खाद्य पदार्थ, कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, दवाइयाँ, बीमा पॉलिसी और वाहन जैसी वस्तुओं पर वसूली के बाद, अब नई दरें लागू होने के बावजूद पुराने स्टॉक पर नई एमआरपी के चलते आम उपभोक्ता को कोई वास्तविक राहत नहीं मिल रही।
देवेन्द्र यादव ने वित्त मंत्री सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे बाजारों में दुकानदारों को जीएसटी के फायदे गिनाने में लगे हैं, लेकिन आम जनता को इसका लाभ नहीं मिल रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुराने स्टॉक पर भी नई दरें लागू हुईं, तो इससे निम्न और मध्यम वर्ग, किसान और गरीबी रेखा से नीचे के लोग करोड़ों रुपये अतिरिक्त चुकाने के लिए मजबूर होंगे।