आज के डिजिटल युग में स्मार्टफ़ोन और इंटरनेट हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जीवन आसान हुआ है, लेकिन इसी के साथ ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराधों के नए तरीके भी बढ़ रहे हैं। हाल के वर्षों में भारत में “डिजिटल अरेस्ट” के मामलों में तेजी देखी गई है।
डिजिटल अरेस्ट क्या है?
डिजिटल अरेस्ट एक ऑनलाइन ठगी का तरीका है, जिसमें अपराधी खुद को पुलिस या किसी सरकारी एजेंसी का अधिकारी दिखाकर लोगों को डराते हैं। अक्सर झूठे आरोप जैसे—मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध लेन-देन, साइबर अपराध या ड्रग्स की तस्करी—लगाकर पीड़ित को फँसाया जाता है। वीडियो कॉल या फ़ोन पर नकली आईडी, वर्दी या सरकारी लोगो दिखाकर विश्वास दिलाया जाता है कि सामने वाला असली अधिकारी है।
ठगी कैसे होती है?
अपराधी पीड़ित को बताते हैं कि उसके नाम पर कोई बैंक खाता, पार्सल या मोबाइल नंबर अपराध में इस्तेमाल हुआ है। डर दिखाकर और ‘वर्चुअल लॉकअप’ में घंटों बिठाकर, कई लोग अपनी मेहनत की कमाई अपराधियों के बताए गए खातों में ट्रांसफर कर देते हैं।
भारत में बढ़ती घटनाएँ
साइबर सुरक्षा रिपोर्ट के अनुसार, हर महीने देशभर में सैकड़ों लोग इस ठगी के शिकार हो रहे हैं। महानगरों के कामकाजी पेशेवर, छात्र और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हैं। अपराधी अक्सर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े होते हैं और कॉल सेंटर या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के जरिए काम करते हैं। कई मामलों में पीड़ितों ने लाखों रुपए खो दिए हैं।
सरकार और एजेंसियों की पहल
सरकार ने साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 और पोर्टल www.cybercrime.gov.in उपलब्ध कराया है। पुलिस और साइबर सेल भी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। बैंकों और डिजिटल पेमेंट कंपनियों को भी ग्राहकों को सतर्क करने के निर्देश दिए गए हैं।
बचाव के उपाय
- अजनबी कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
- पुलिस या सरकारी अधिकारी बनने वाले किसी व्यक्ति की सत्यता तुरंत स्थानीय थाने से जांचें।
- अज्ञात खातों या UPI आईडी पर पैसे न भेजें।
- साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत रिपोर्ट करें।
- परिवार और दोस्तों को इस तरह की ठगी के बारे में जागरूक करें।
डिजिटल अरेस्ट सिर्फ एक ऑनलाइन ठगी नहीं है; यह मानसिक दबाव डालकर लोगों की मेहनत की कमाई हड़पने का तरीका है। सरकार की कोशिशों के साथ-साथ नागरिकों की सतर्कता ही इस बढ़ते साइबर अपराध पर रोक लगाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
आकाश कुमार