सोनीपत, 03 सितंबर। यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर और बारिश के मद्देनजर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। उपायुक्त सुशील सारवान ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि जल निकासी, ड्रेनेज और राहत व्यवस्थाओं को तुरंत सुनिश्चित किया जाए।
यमुना के किनारे बसे गांवों में राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीएम सोनीपत और गन्नौर की अध्यक्षता में टीमें सक्रिय हैं। ये टीमें पब्लिक हेल्थ, सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभागों के अधिकारियों के साथ फील्ड में लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं।
गोहाना क्षेत्र में बारिश से उत्पन्न जलभराव को देखते हुए 78 अस्थाई और 30 स्थायी पंप सेट लगाए गए हैं, जो 24 घंटे काम कर रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर अन्य क्षेत्रों में भी पंप सेट तुरंत उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
प्रशासन ने आमजन और पशुधन की सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। सभी गांवों के पटवारी और ग्राम सचिव लगातार स्थिति की रिपोर्ट और फोटो प्रशासन को भेज रहे हैं।
जलभराव के दौरान लोगों को मदद देने के लिए टोल-फ्री नंबर 0130-2221590 जारी किया गया है, जहां 24 घंटे कर्मी उपलब्ध रहेंगे। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को फील्ड में रहने और सभी संसाधनों को सक्रिय रखने का निर्देश दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत कार्य किया जा सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, सीटीएम डॉ. अनमोल, डीआरओ सुशील शर्मा और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।