सोनीपत, जिला उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि नशा मुक्त सोनीपत बनाने के लिए प्रशासन ने ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में सभी केमिस्ट दुकानों की निरंतर जांच की जाए ताकि किसी भी नशीले पदार्थ की अवैध बिक्री पर तुरंत रोक लगाई जा सके।
उपायुक्त ने कहा कि मेडिकल स्टोरों के रिकॉर्ड समय-समय पर चेक किए जाएं और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि नशा मुक्त समाज बनाने में प्रशासन का सहयोग करें और युवाओं को नशे की गिरफ्त से दूर रखें।
लघु सचिवालय में आयोजित नार्को समन्वय समिति (एनकोर्ड) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि एक स्वस्थ समाज ही मजबूत राष्ट्र की नींव होता है। उन्होंने बताया कि नशे के प्रभाव में आए युवाओं को पुनः समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए सभी विभाग मिशन मोड में काम करें।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों के आसपास कड़ी निगरानी रखी जाए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाए। उपायुक्त ने एडीसी की अध्यक्षता में एक विशेष कमेटी गठित करने के निर्देश भी दिए, जो शिक्षण संस्थानों में नियमित निरीक्षण कर नशे से जुड़ी गतिविधियों पर नियंत्रण रखेगी।
उपायुक्त ने कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में नशे के खिलाफ अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ताकि युवा सही दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहकर अपने सपनों और देश के विकास में योगदान दें।
उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि यदि किसी को नशा बेचने की जानकारी मिले तो तुरंत टोल फ्री नंबर 9050891508 पर सूचना दें — सूचना देने वाले का नाम पूर्णतः गोपनीय रखा जाएगा।
बैठक में एडीसी लक्षित सरीन, डीसीपी नरेन्द्र सिंह, एसडीएम गोहाना अंजलि श्रोत्रिय, एसीयूटी योगेश दिल्हौर, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र और एसडीएम खरखौदा निर्मल नागर सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

