फरीदाबाद: साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए फरीदाबाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इसी सिलसिले में साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को हिरासत में लिया है।
शिकायत के अनुसार सेक्टर-86 निवासी एक व्यक्ति को 28 अप्रैल को एक फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और 5,000 करोड़ रुपये के कथित फाइनेंशियल घोटाले में उसका नाम जोड़ दिया। कॉल करने वाले ने शिकायतकर्ता को धमकाते हुए कहा कि उसके आधार और पैन कार्ड का 6.5 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन में उपयोग हुआ है।
इसके बाद पीड़ित को “डिजिटल अरेस्ट” में रखा गया, उसे कमरे से बाहर न जाने, किसी से बात न करने और अपने बैंक खातों की पूरी जानकारी साझा करने को कहा गया। विश्वास में लेकर आरोपी ने पूछताछ पूरी होने तक बैंक बैलेंस उनके बताए खातों में भेजने को कहा। इसी झांसे में पीड़ित ने कुल 16,44,920 रुपये ट्रांसफर कर दिए, जिसके बाद शिकायत दर्ज कराई गई।
जांच में पुलिस ने बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के रहने वाले अभिषेक कुमार, अमन सोनी, आसुतोष राय, सूरज सिंह, संतोष कुमार और जियाउल हक को गिरफ्तार किया। पता चला कि सूरज और संतोष प्रॉपर्टी से जुड़े काम करते थे और सोशल मीडिया के जरिए बैंक खाते उपलब्ध कराते थे, जिन्हें बाकी आरोपी संचालित कर रकम को आगे गिरोह तक पहुंचाते थे।
सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जिसमें सूरज को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया, जबकि अन्य को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

